tag:blogger.com,1999:blog-3578616277637085503.post3057228313700699844..comments2023-10-16T18:35:15.972+05:30Comments on इसी बहाने: सेंसेक्स के उस्ताद, सेंसेक्स के जमूरेUnknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3578616277637085503.post-66618789332211649522008-10-10T21:31:00.000+05:302008-10-10T21:31:00.000+05:30हम तो यही कहेंगे- जाके पैर न फटी बिवाई वो क्या जान...हम तो यही कहेंगे- जाके पैर न फटी बिवाई वो क्या जाने पीर पराई।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3578616277637085503.post-53188517786574906612008-10-10T20:23:00.000+05:302008-10-10T20:23:00.000+05:30हमेशा ही तेरे पोस्ट पसंद आए हैं.. और तारीफ़ की है....हमेशा ही तेरे पोस्ट पसंद आए हैं.. और तारीफ़ की है..इसलिए लिखते हुए थोड़ा अजीब लग रहा है.. लेकिन अब तक का सबसे कमज़ोर पोस्ट लगा ये मुझे। शेयर बाज़ार के उछलते कूदते हालात देखते हुए ये विषय तो काफ़ी सामयिक लगा लेकिन लेखन में कमज़ोर। उस्ताद और जमूरे का इस्तेमाल नया था पर पूरे पोस्ट में एक पाठक को बांधे रखने लायक कुछ लगा नहीं.. अगले पोस्ट से धमाल की उम्मीद रहेगी।Meituhttps://www.blogger.com/profile/00462097096121878753noreply@blogger.com