tag:blogger.com,1999:blog-3578616277637085503.post958700962282542279..comments2023-10-16T18:35:15.972+05:30Comments on इसी बहाने: आप वरिष्ठ पत्रकार कहीं हम 'मूर्खों' की क़ब्र तो नहीं खोद रहे...Unknownnoreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3578616277637085503.post-65394132809692387482011-02-01T23:42:58.301+05:302011-02-01T23:42:58.301+05:30स्साला .....हर जगह ..अपने अपने घेरे है...अपनी अपनी...स्साला .....हर जगह ..अपने अपने घेरे है...अपनी अपनी टीमेडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3578616277637085503.post-87329833655287882282011-01-30T10:05:39.174+05:302011-01-30T10:05:39.174+05:30पत्रकारिता में आज सप्लाई, डिमांड से कहीं ज़्यादा ...पत्रकारिता में आज सप्लाई, डिमांड से कहीं ज़्यादा है. यही हाल पायलटों का है, और भी कई क्षेत्र हैं इसी तरह के जिनमें ग्लैमर तो है पर उतने लोगों की ज़रूरत नहीं जितने हर रोज़ उस क्षेत्र में उतर रहे हैं. ऐसे में, पुराने लोगों में असुरक्षा की भावना रहती है जिसके चलते वे नए लोगों को अपना स्थानापन्न समझ कर इस प्रकार के व्यवहार करते हैं. इसलिए, ज़रूरी है कि बहुत से क्रियाकलापों को इन संदर्भों में देखा Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3578616277637085503.post-45730962820866220022011-01-29T19:48:01.975+05:302011-01-29T19:48:01.975+05:30प्रबुद्ध जी,
उअह तो सच्चाई पर करारा व्यंग्य है।प्रबुद्ध जी,<br />उअह तो सच्चाई पर करारा व्यंग्य है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com